Mitochondria ki khoj kisne ki | माइटोकॉन्ड्रिया की खोज किसने की थी?

Mitochondria ki khoj kisne ki | माइटोकॉन्ड्रिया की खोज किसने की थी?

Mitochondria ki khoj kisne ki :- नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप लोग उम्मीद करता हूं आप बिल्कुल ठीक होंगे आपका हार्दिक स्वागत है हमारे इस लेख में। आपने biology विषय में mitochondria का नाम तो अवश्य सुना होगा और हो सकता है कि आप mitochondria के बारे में थोड़ा बहुत जानते भी होंगे।

मगर बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिन्हें mitochondria के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं है तो आज के इस लेख में हम आपको mitochondria के बारे में ही बताने  वाले हैं। तो अगर आप mitochondria से जुड़ा जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारे इस लेख के साथ अंत तक बने रहे तो चलिए शुरू करते हैं इस केख को बिना देरी किए हुए।


Mitochondria ki khoj kisne ki | माइटोकॉन्ड्रिया की खोज किसने की थी?

“रिचर्ड अल्टमैन , Richard altman” नामक ब्यक्ति ने माइटोकांड्रिया ( Mitochondria ) की खोज  1886 में की थी। जब रिचर्ड अल्टमैन ने Mitochondria का खोज किया था तब Mitochondria को “Biobasts” के नाम से ब्यक्त किया था।


माइटोकॉन्ड्रिया क्या है ? | what is mitochondria in Hindi

मिटोकंड्रिया (Mitochondria) सेल के अंदर स्थित अत्यंत महत्वपूर्ण ऊर्जा संयंत्र हैं। हम आपके जानकारी के लिये बता दे कि मिटोकंड्रिया सेल के लिए ऊर्जा स्रोत के रूप में कार्य भी करती हैं और अभिजीवन प्रक्रमों के लिए आवश्यक ऊर्जा प्रदान करती हैं। ये सेलर शक्ति उत्पादन के प्रमुख केंद्र होते हैं और जीवन प्रक्रमों के लिए आवश्यक ऊर्जा में बदलाव करने की क्षमता रखते हैं।

अगर हम Mitochondria की रचना पे ध्यान दे तो यह एक द्वितातीय (डबल-मेम्ब्रेन) संरचना होती है जिसमें एक बाहरी मेम्ब्रेन और एक अंदरूनी मेम्ब्रेन होती है और लगभग ये सभी जीव में होते है। इनमें से प्रत्येक मेम्ब्रेन की अपनी विशेष संरचना होती है जो उनके कार्यों के लिए महत्वपूर्ण होती है।

मिटोकंड्रिया के अंदर ऊर्जा उत्पादन के लिए विभिन्न प्रकार के रासायनिक कार्य होते हैं, जिन्हें ऑक्सीडेशन और नामित किया जाता है। इस प्रक्रिया में, आहार में मौजूद न्यूट्रिएंट्स, जैसे कि ग्लूकोज, पार्चक और वसा, मिटोकंड्रिया द्वारा उच्च उर्जा मौल रिक्त करने के लिए उपयोग होते हैं। इस प्रक्रिया में ऑक्सीजन का उपयोग होता है जो रसायनिक प्रक्रिया को पूर्ण करने के लिए आवश्यक है।

इसके अलावा, मिटोकंड्रिया अपनी संरचना के कारण अन्य उपयोगी कार्यों में भी सहायक होती हैं, जैसे कि एपोप्टोसिस (प्रोग्रामित मृत्यु) और उर्वरक और वसा संश्लेषण।


मिटोकंड्रिया के काम | works of Mitochondria

हमने नीचे में स्टेप बाय स्टेप करके बताया है कि माइटोकॉन्ड्रिया किस प्रकार से काम करती है और इसका प्रोसेस क्या होता है तो चलिए उसे जानते हैं।

  • माइटोकॉन्ड्रिया का सबसे पहला और मुख्य कार्य है, हमारे शरीर मे मौजूद कोशिका के लिए सही मात्रा में ऊर्जा उत्पादन करना है।
  • कैल्शियम की सांद्रता को माइट्रोकांड्रिया द्वारा नियंत्रित किया जाता है।
  • माइटोकॉन्ड्रिया कुछ खास स्टेरोइड उत्पन्न करता है।
  • कोशिका के लिए ऊर्जा के साथ साथ ऊष्मा भी उत्पन्न करता है माइटोकॉन्ड्रिया।
  • माइटोकॉन्ड्रिया अन्य चीज़ों के साथ साथ कुछ मात्रा में carbon dioxide gas को भी उत्पन्न करता हैं।
  • किसी भी जीव के शरीर मे अलग-अलग प्रकार के माइट्रोकांड्रिया होते है जो कि अलग-अलग प्रकार के प्रोटीन बनाते हैं।
  •  जो भी माइटोकॉन्ड्रिया न्यूरॉन्स में होते है वो न्यूरोहोर्मोन के निर्माण में मदद करते हैं और उन्हें तेज़ी से ग्रो करते है।

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FAQ, s

Q. केंद्रक की खोज किसने और कब की थी?

Ans. रॉबर्ट ब्राउन नामक ब्यक्ति ने केन्द्रक की खोज 1831 में किया था।

Q. माइटोकॉन्ड्रिया कहाँ स्थित है?

Ans. माइटोकॉन्ड्रिया कोशिका के अंदर स्थित होते है।

Q. गुणसूत्र के जनक कौन है?

Ans. कार्ल विल्हेम वॉन नेगेली को गुणसूत्र का जनक माना जाता है।


[ Conclusion, निष्कर्ष ] 

हमें आशा है कि आप हमारे इस लेप को अंत तक पढ़ चुके होंगे और इस लेख के मदद से आप जान चुके होंगे की mitochondria क्या है और mitochondria की खोज किसने की थी और mitochondria का कार्य क्या क्या होता है।

अगर आपके मन में अभी भी mitochondria से जुड़ा कोई भी सवाल है तो आप नीचे में दिए गए कमेंट बॉक्स में मैसेज करके पूछ सकते हैं हमारी समूह आप के सवालों का जवाब अवश्य देगी।


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