Kabaddi mein kitne khiladi hote hain

कबड्डी में कितने खिलाड़ी होते हैं ? – Kabaddi mein kitne khiladi hote hain

Kabaddi mein kitne khiladi hote hain :- भारत में खेले जाने वाले खेलों में से कबड्डी भी एक प्रमुख खेल है। इस खेल को हमारे देश में कई नामों से जाना जाता है, जैसे कि पूर्वी भारत में हु तू तू तथा वहीं दक्षिण भारत में चेडु गुडु और उत्तर भारत में कबड्डी नाम से जाना जाता है।

यह एक ऐसा खेल है, जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी खेला जाता है। इतने बड़े स्तर पर खेले जाने के बाद भी अनेक व्यक्ति नहीं जानते हैं कि kabaddi mein kitne khiladi hote hain

अगर आप भी उनमें से एक है, जो नहीं जानते हैं, कि kabaddi mein kitne khiladi hote hain तो आज के इस लेख को पूरा अवश्य पढ़ें। आज के इस हम जानेंगे कि कबड्डी में कितने खिलाड़ी होते हैं साथ ही कबड्डी खेलने का तरीका भी जानेंगे।


कबड्डी में कितने खिलाड़ी होते हैं ? – Kabaddi mein kitne khiladi hote hain

कबड्डी के अंतर्गत भाग लेने वाले कुल खिलाड़ी 12 होते हैं, लेकिन ग्राउंड के अंदर केवल और केवल 7 खिलाड़ी खेलते हैं तथा बाकी पांच खिलाड़ी extra होते हैं। अब आपको आपके सवाल का जवाब मिल चुका है, कि आखिर में कबड्डी में कितने खिलाड़ी होते हैं।


कबड्डी को खेलने का तरीका

सबसे पहले कबड्डी हमारे भारत देश में ही खेला गया था इस खेल को खेलने के लिए एक आयताकार ग्राउंड बनाया जाता है तथा एक लाइन के द्वारा ग्राउंड को दो भागों में विभाजित कर दिया जाता है जिसके बाद इस खेल को इस ग्राउंड के अंतर्गत खेला जाता है।

जब भी कबड्डी के खेल को शुरू किया जाता है तो उसमें एंपायर टॉस करता हैं, अब जो टॉस को जीत जाता है उसे रेड करने का मौका दिया जाता है। रेड में टीम का खिलाड़ी दूसरी टीम के कोर्ट में जाता है। जिसके लिए उसके पास 29 सेकंड होते हैं। अब जब वह सामने वाली टीम के कोर्ट में जाता है तथा वहां से किसी को टच करके वापस आ जाता है तो दूसरी टीम का खिलाड़ी आउट हो जाता है।

और जितने खिलाड़ी आउट होते हैं उतने पॉइंट पहले टीम वालों को मिल जाते हैं। तथा अगर वही रेडर को को दूसरी टीम के खिलाड़ी पकड़ लेता है तो ऐसे में दूसरी टीम वाले को पॉइंट मिल जाते हैं। तथा रेडर को आउट घोषित कर दिया जाता है।

रेडर के पास दो मौके होते हैं जिनमें वह खाली रेड करके भी वापस आ सकता है। लेकिन अगर वह तीसरी बार पॉइंट नहीं लाता है तो ऐसी स्थिति में उसे आउट घोषित कर दिया जाता है। कबड्डी का खेल कुल 40 मिनट का होता है इन 40 मिनट में जो टीम सबसे ज्यादा पॉइंट बनाती है वह जीत जाती है।


कबड्डी खेल की शुरुआत कहां और कब हुई ?

कबड्डी खेल की शुरुआत हमारे भारत देश में आज से 4000 वर्ष पहले हुई थी। इस खेल को तमिलनाडु राज्य में शुरू किया गया था। जानकारियों के मुताबिक पता चला है कि पुराने समय के पुरुष तथा महिलाएं इस खेल को इसलिए खेलते थे ताकि वह अपनी ताकत दिखा सके।

तमिलनाडु से शुरू होकर यह खेल आज पूरी दुनिया में खेला जाता है तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कबड्डी का खेल खेला जाता है। और यह खेल एशियाई खेलों में भी शामिल है।


कबड्डी खेल का मैदान कैसा होता है ?

कबड्डी खेल के लिए अलग-अलग तरह के मैदान बनाए जाते हैं मैदान बनाने से पहले जमीन को देखा जाता है कि जमीन नरम तथा समतल है या नहीं। इसके बाद ध्यान रखा जाता है कि आकार कैसे क्या रखना है।

महिलाओं तथा पुरुषों दोनों के लिए अलग-अलग मैदान बनाए जाते हैं। जिसमें अगर हम महिलाओं के मैदान की बात करें तो लंबाई 11 मीटर तथा चौड़ाई 8 मीटर रखी जाती है तथा वहीं पुरुषों के लिए मैदान की लंबाई 12.50 मीटर तथा चौड़ाई 10 मीटर रखी जाती है।


कबड्डी खेल के नियम

  • कबड्डी को विभिन्न तरीके से खेला जाता है, जिसके चलते कबड्डी के विभिन्न नियम है जिनमें से कुछ महत्वपूर्ण नियमों को नीचे बताया गया है।
  • कबड्डी कबड्डी कहते हुए विरोधी दल के कोर्ट में जाना होता है तथा उन्हें छू कर वापस अपने कोर्ट में आना सबसे पहला महत्वपूर्ण नियम है।
  • कबड्डी का मैच कुल 40 मिनट का होता है।
  • जब भी कोई डिफॉल्टर के कोर्ट में जाता है, तो वह दो तरीके से पॉइंट को हासिल कर सकता है एक तो वह टचपॉइंट को हासिल कर सकता है तथा वह बोनस प्वाइंट को हासिल कर सकता है।
  • विरोधी दल का जो भी खिलाड़ी जो रेडर को संभालता है उसे डिफेंडर कहते हैं। 30 सेकंड में रेट करना होता है जिसमें साथ ही कबड्डी कबड्डी बोलना होता है।

भारतीय कबड्डी के प्रकार

भारत में कबड्डी के चार प्रकार बहुत ही ज्यादा प्रचलित है, जिसे हमारे भारत देश में खिलाड़ियों के द्वारा अत्यधिक खेला जाता है। उन चार प्रकार प्रकारों के नाम तथा उनसे जुड़ी हुई कुछ महत्वपूर्ण जानकारी आपको नीचे दी गई है।

  • संजीवनी कबड्डी

जब भी खिलाड़ियों के द्वारा इस कबड्डी को खेला जाता है तो इसमें यह नियम होता है कि विरोधी दल के खिलाड़ी को आउट करने पर आक्रमक दल वाले खिलाड़ी को पुनर्जीवित कर दिया जाता है। यानी कि वह फिर से खेल को खेल सकता है। इस खेल में दोनों दलों में 7-7 खिलाड़ी रहते हैं।

  • जेमिनी स्टाइल

कबड्डी के इस प्रकार में खिलाड़ियों को पुनर्जीवित नहीं किया जाता है। अब जब भी कोई खिलाड़ी आउट हो जाता है तो वह तब तक खेल नहीं खेल सकता है जब तक खेल समाप्त ना हो जाए इस खेल में दोनों टीमों में कुल 7-7 खिलाड़ी होते हैं।

  • अमर स्टाइल

कबड्डी के इस प्रकार में समय तय नहीं होता है। जब यह खेल शुरू होता है और वह कोई खिलाड़ी आउट हो जाता है  तो वह खिलाड़ी मैदान से बाहर नहीं जाता है तथा खेल खेलता ही रहता है और आक्रमक दल के खिलाड़ी को पॉइंट दे दिया जाता हैं।

  • पंजाबी कबड्डी

इस प्रकार की कबड्डी को खेलने के लिए वर्तीय परिसीमा बनाई जाती है तथा उसके अंदर इस खेल को खेला जाता है।


FAQ’S :-

Q.1 सबसे पहले कबड्डी कहां खेला गया था ?

Ans- सबसे पहले कबड्डी भारत के तमिलनाडु में खेला गया था।

Q.2 क्या कबड्डी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेला जाता है ?

Ans- जी हां कबड्डी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेला जाता हैं।

Q.3  कबड्डी में कितने खिलाड़ी होते हैं ?

Ans-  कबड्डी में 12 खिलाड़ी होते हैं - जिसमें 5 एक्स्ट्रा खिलाड़ी होते हैं तथा दोनों दलों में 7-7 खिलाड़ी होते हैं।

निष्कर्ष :-

दोस्तों आज के इस लेख में हमने जाना है, कि kabaddi mein kitne khiladi hote hain  हमें उम्मीद है, कि अब आपको आपके सवाल का जवाब मिल गया होगा।

अगर आप इसी तरह के किसी अन्य विषय के ऊपर जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो उसके लिए आप हमें कमेंट बॉक्स में कॉमेंट कर के जरूर बताएं। जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया इस लेख को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।


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